मुर्गी, बकरी, गाय, मछली, सूअर अदी भोजन के लिये पाले जाने वाले जानवर उसी प्रकार होशियार और अनोखे हैं जैसे हमारे घरों में रहने वाले कुत्ते-बिल्लियाँ। लेकिन आधुनिक फ़ैक्ट्री फ़ार्म के बंद दरवाजों के पीछे उन पर बर्बर अत्याचार किया जाता है। अधिकांश अपना पूरा जीवन अंधेरे, खचाखच भरे, गंदगी से लदे शेड में बिताने को मजबूर होते हैं। कुछ इतने छोटे पिंजरे में बंद होते हैं जहाँ वो मुश्किल से मुड़ भी सकें। चूकि कई पशु कानून उनकी रक्षा नहीं करते, फ़ार्म्ड पशुओं की कई बार निर्दयतापूर्वक पिटाई, अंगछेदन और दर्दनाक तरीके से हत्या की जाती है।
एक साथ मिलकर हम इसका पर्दाफ़ाश और समाप्ति कर सकते हैं। दयापूर्ण खान-पान और हितकर नीति को प्रेरित कर फ़ार्म्ड पशुओं की सुरक्षा के लिये हमारे साथ आइये।